Friday, November 26, 2010

विश्व की सबसे बड़ी रंगोली

27 नवम्बर (अहमदनगर) विश्व की सबसे बड़ी रंगोली के द्वारा 26/11 के शहिदों को भावभिनी श्रद्धांजली अर्पित की गई

Friday, April 2, 2010

करुणाभाईजी चाणक्य पुरस्कार से सम्मानित



राजयोगी ब्रह्माकुमार करुणाभाईजी
चाणक्य पुरस्कार से सम्मानित


2 अप्रैल : माऊट आबू - प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मल्टिमीडिया प्रमुख तथा मीडिया प्रभाग राजयोग शिक्षा एवम् शोध प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष राजयोगी ब्रह्माकुमार करुणाभाईजी को पब्लिक रिलेशन्स कॉन्सील ऑफ इंडिया ने सन 2010 का चाणक्य पुरस्कार के लिए सम्मानित करने का फैसला लिया. यह पुरस्कार 3 अप्रैल को देहली स्थित हाबीटट सेंटर में प्रदान किया जायेगा. जनसंपर्क क्षेत्र के अतिविशिष्ट कार्य के लिए पब्लिक रिलेशन कॉन्सील ऑफ इंडिया की और से यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है.
ज्ञातव्य हो की राजयोगी ब्रह्माकुमार करुणाभाईजी मीडिया प्रभाग राजयोग शिक्षा एवम शोध प्रतिष्ठान के मीडिया प्रभाग द्वारा मीडिया प्रवक्ता, जनसंपर्क क्षेत्र, प्रिन्ट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक तथा सायबर मीडिया क्षेत्र में उल्लेखनिय सेवायें दे रहे है. आपने विशेष इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में नये आयाम जोडकर ब्रह्माकुमारीज़ के कार्य को जनसामान्य तक पहूँचाने में उल्लेखनिय योगदान दिया है. ग्लोब ल फोरम फार पब्लिक रिलेशन के भी आप संस्थापक अध्यक्ष है, फोरम के माध्यम से जनसंपर्क मे आध्यात्मिक मूल्यों के क्षेत्र में आपका योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण स्थापित हूआ है. नई सूचना प्रौद्योगिकी को आध्यात्मिक क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर उपयोग में लाकर ब्रह्माकुमार करुणाभाईजीने राजयोग का प्रसार तथा प्रचार सेवावृत्तीसे किया, उनके इस सेवाभाव का उचित सन्मान हो इस हेतू पब्लिक रिलेशन सोसायटी आफ इंडियाने उन्हे चाणक्य पुरस्कार प्रदान करने संकल्प किया है. राजयोगी ब्रह्माकुमार करुणाभाईजी के इस सन्मान के लिए ब्रह्माकुमारीज़ परिवार में खुशी की लहर उमड पडी है. मीडिया प्रभाग की औरसे उनका अभिनंदन किया गया http://www.bkvarta.com/

Sunday, March 21, 2010


बीकेवार्ता ब्रह्माकुमारीज़ का दपर्ण


आज बीके वार्ता के लिए ब्लॉग लिखने का दिल हूवा. वौसे बीकेवार्ता का मै नियमित पाठक हूँ. चूँकि ब्रह्माकुमारीज़ का प्रथम हिन्दी वेबपोर्टल होने के कारण यह तेजीसे ब्रह्माकुमारीज़ परिवार में लोकप्रिय हो रहा है, इसका एकमात्र कारण है भाषा. किसी भी दिल तक आसानी पहॅूंचने का माध्यम शब्द होते है और वह अपनी भाषा में अगर हो तो दिल को छू लेते है. वौसे अंग्रेजी अन्तरराष्ट्रीय भाषा है... विश्व को देखने का झरोका अंग्रेजी को कहा गया है इसलिए ब्रह्माकुमारीज़ के कई वेबपोर्टल, ब्लॉग अंग्रेजी में है, हिन्दी में यह न होने के कारण कई सदस्यों को आसानीसे वार्तालाप करना मुश्किल होता था, और वौसे देखा जाये तो हिन्दी सर्वदृष्टीसे आसान भाषा है, चूँकि स्वंय भगवान ने भी इसकी महिमा गाई है इसलिए हिन्दी का यह प्रथम वेबपोर्टल मीडिया प्रभागने निर्माण किया इस हेतू वे बधाई के पात्र है. बीके वार्ता में हिन्दी भाषा में भारत तथा विश्व में ब्रह्माकुमारीज़ की गतिविधियाँ होने के कारण बहोत आसान हो गया है, उन बहनों के लिए जो अंग्रेजी पढने मे तकलिफ महसूस करती उन्हों को ऑनलाईन हिन्दी में खबरें, आर्टिकल्स मिल रहे है. एैसेही बीकेवार्ता की गुंज विश्व मंे फैले यही शुभभावानायें.

ब्रह्माकुमार सोमनाथ वडनेरे,जलगांव महाराष्ट्र

ब्रह्माकुमारीज् प्रथम हिन्दी पोर्टल


ब्रह्माकुमारीज् प्रथम हिन्दी पोर्टल मे आपका हार्दिक स्वागत है
ब्रह्माकुमारीज् हिन्दी भाषा के विशेष रूप से डिजाइन वेबसाइट आपके आध्यात्मिक प्रगती हेतू समर्पित है! भारत के अतिप्राचिन सहज राजयोग ध्यान प्रणाली का सम्पूर्ण दर्शन तथा मार्गदर्शन इस वेबसाईट में मिलेगा, Add Video
मीडिया प्रभाग की नई वेबसाईट www.bkvarta.com का शुभारम्भ
मीडिया प्रभाग की नई वेबसाईट का शुभारम्भ
मीडिया प्रभाग राजयोग शिक्षा एवम् शोध प्रतिष्ठान के नई वेबसाईट्स www.bkmedia.net तथा www.bkvarta.com का शुभारम्भ भ्राता करुणाभाईजी, उपाध्यक्ष, मीडिया प्रभाग, भ्राता सुशान्तभाईजी, राष्ट्रीय समन्वयक, भ्राता प्रो. कमल दीक्षितजी, ज्येष्ठ कार्यकारिणी सदस्य, भ्राता शान्तनूभाईजी, मुख्यालय समन्वयक इनके शुभहस्तो से कराया गया. इस वेबसाईटस पर ब्रह्माकुमारीज् का सम्पूर्ण परिचय, राजयोग तथा अन्य पाठ¶क्र, ताजा खबरें, ब्रह्माकुमारीज् के महत्वपूर्ण व्यक्तियों परिचय पत्र (बायोडाटा) साक्षात्कार, लेख, भविष्य में होने वाले कार्यक्रम / उपक्रम आदि की जानकारी मिलेगी. प्रभाग की दुसरी वेबसाईट www.bkvarta.com इस नाम शुरु की गई. इसकी प्रमुख विशेषता है की यह सम्पूर्णत: हिन्दी में है. ब्रह्माकुमारीज यज्ञ की यह प्रथम हिन्दी वेबसाईट है, इसमें ताजा खबरे, आने वाले कार्यक्रम, सम्पूर्ण राजयोग पाठयक्रम, राजयोग ध्यान प्रणाली जानकारी, लेख, न्यूज, आदि हिन्दी में उपलब्ध है. इसका रुपातरण मराठी, गुजराती भाषा में भी उपलब्ध है. यह वेबसाईट को मीडिया प्रभाग के मीडिया सर्विस सेंटर संचलन रहा है.

ब्रह्माकुमारीज् राजयोग ध्यान प्रणाली की इंग्रजी भाषामंे कई वेबसाईटस् है,इनके माध्यमसे विश्वभर में राजयोग संदेश प्रसारित हो रहा है अपितू राष्ट्रभाषा हिंदी में इस प्रकार की सुविधा नही थी, इस कमी को दूर करने के लिए ब्रह्माकुमारीज् हिंदी पोर्टल शुरु करने की माँग कई राजयोगी अध्यापीका बहने तथा राजयोगी सदयों की थी, इस अनुसार राजयोग शिक्षा एवं शोध प्रतिष्ठान के मीडिया प्रभाग मीडिया सर्विस सेंटर, द्वारा प्रभाग के अध्यक्ष राजयोगी ब्रह्माकुमार ओमप्रकाशभाईजी, उपाध्यक्ष राजयोगी ब्रह्माकुमार करुणाभाईजी, प्रो. कमल दीक्षितजी राजयोगी ब्रह्माकुमार आत्मप्रकाशभाईजी, राजयोगी ब्रह्माकुमार सुशांतभाईजी, राजयोगी ब्रह्माकुमार आस्पिभाईजी राष्ट्रीय समन्वयक, राजयोगी ब्रह्माकुमार शान्तनूभाईजी, मुख्यालय समन्वयक तथा मीडिया प्रभाग के कार्यकारीणी सदस्य इनके मार्गदर्शना में पूर्ण किया भाषा यह संदेशवहन का प्रमुख माध्यम रहता है, नई सूचना प्रौद्योगिकी यह संदेशवहन का प्रभावी माध्यम है, इंटरनेट इस सूचनाजाल के प्रमुख महत्व को मानते हूए इस माध्यम से विश्वमंे सूचना का भण्डार का निर्माण हो रहा है , इस सूचना सागर मे हरएक तीव्र वेग से सन्देशवहन करने का भरपूर प्रयास कर रहा है, विश्व ग्राम संकल्पना को इंटरनेट ने प्रत्यक्ष किया है एैसा कोई क्षेत्र नही रहा है जिसमें इंटरनेट का प्रयोग नही किया गया हो धार्मिक आध्यात्मिक क्षेत्र भी इस दौड मंे पीछे नही रहा है, अत्याधिक वेबसाईटस् अंग्रेजी भाषा में है, कित्नू विश्व की कुछ प्रमुख भाषा में भी इन वेबसाईटस् का निर्माण हो रहा है, इन प्रमुख भाषा मेंं राष्ट्रभाषा हिन्दी का भी अहम भूमिका रही है ब्रह्माकुमारीज् के राजयोग ध्यान प्रणालीके साधक वर्ग विश्वमें लाखों की अंदाज में है, मूल भारत के माउण्ट आबू, राजस्थान में मुख्य कार्यालय रहे इस विश्वव्यापी आध्यात्मिक शिक्षा संस्था का कारोबार की प्रमुख भाषा हिन्दीही है, आम आदमी तक राजयोग ध्यान प्रणाली पहूँचे इस प्रमुख उद्देश से इस हिन्दी पोर्टल निर्माण का छोटा प्रयास है
अंग्रेजी भाषा को इंटरनेट अच्छी तरह समझता है, इंटरनेट पर हिन्दी में टंकन करना थोडा कठिण कार्य है, किबोर्ड की मर्यादा, शब्दों का न मिलना आदि खामीयाँ को देखते हूए शुद्ध हिन्दीमें टंकन करने का शतप्रतिशत प्रयास करने का संकल्प बीकेवार्ता टिम का है, फिरभी कोई टंकणदोष हुआ होगा तो वाचक वर्ग हमें क्षमा करें इस माध्यम से हिन्दी भाषा की नई खबरे, लेख, प्रकाशन साहित्य पाठकवर्गा को उपलब्ध करने का प्रयास है
- बीकेवार्ता.कॉम