Sunday, March 21, 2010


बीकेवार्ता ब्रह्माकुमारीज़ का दपर्ण


आज बीके वार्ता के लिए ब्लॉग लिखने का दिल हूवा. वौसे बीकेवार्ता का मै नियमित पाठक हूँ. चूँकि ब्रह्माकुमारीज़ का प्रथम हिन्दी वेबपोर्टल होने के कारण यह तेजीसे ब्रह्माकुमारीज़ परिवार में लोकप्रिय हो रहा है, इसका एकमात्र कारण है भाषा. किसी भी दिल तक आसानी पहॅूंचने का माध्यम शब्द होते है और वह अपनी भाषा में अगर हो तो दिल को छू लेते है. वौसे अंग्रेजी अन्तरराष्ट्रीय भाषा है... विश्व को देखने का झरोका अंग्रेजी को कहा गया है इसलिए ब्रह्माकुमारीज़ के कई वेबपोर्टल, ब्लॉग अंग्रेजी में है, हिन्दी में यह न होने के कारण कई सदस्यों को आसानीसे वार्तालाप करना मुश्किल होता था, और वौसे देखा जाये तो हिन्दी सर्वदृष्टीसे आसान भाषा है, चूँकि स्वंय भगवान ने भी इसकी महिमा गाई है इसलिए हिन्दी का यह प्रथम वेबपोर्टल मीडिया प्रभागने निर्माण किया इस हेतू वे बधाई के पात्र है. बीके वार्ता में हिन्दी भाषा में भारत तथा विश्व में ब्रह्माकुमारीज़ की गतिविधियाँ होने के कारण बहोत आसान हो गया है, उन बहनों के लिए जो अंग्रेजी पढने मे तकलिफ महसूस करती उन्हों को ऑनलाईन हिन्दी में खबरें, आर्टिकल्स मिल रहे है. एैसेही बीकेवार्ता की गुंज विश्व मंे फैले यही शुभभावानायें.

ब्रह्माकुमार सोमनाथ वडनेरे,जलगांव महाराष्ट्र

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